सिक्स्थ सेंस यानी छठी इंद्री को जागृत करने का क्या उपाय है
यह परामनोविज्ञान का विषय है। कुछ लोगों में ऐसी क्षमताएँ पाई गई हैं जिनकी व्याख्या करना मुश्किल होता है. जैसे भविष्य की घटनाएं देख पाना, लोगों के बारे में ऐसी जानकारी पा जाना जिसे सामान्य रूप से जानना संभव नहीं, मीलों दूर बैठे किसी व्यक्ति की बात सुन या एक जगह होते हुए किसी और जगह पहुंच पाना. लेकिन क्योंकि यह विज्ञान का विषय नहीं है इसलिए इसे प्रमाणित करना भी मुश्किल है. इसे ऐक्स्ट्रा सैन्सरी परसैप्शन या अतिरिक्त संवेदी बोध का नाम दिया गया है. यानि वह बोध जो हमारी पाँच इंद्रियों के बोध से परे है. इस पर बहुत से अध्ययन हुए हैं और हो रहे हैं लेकिन इसे मानने वालों और न मानने वालों के बीच बहस जारी है.
Posted by
Bhavesh (भावेश )
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Wednesday, February 04, 2009
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2 comments:
भावेश जी,
आपके दवारा दी गई जानकारी आपका एक सराहनीय प्रयास है।
धन्यवाद,
डॉ. शुक्ल
भावेश जी,
आपके दवारा दी गई जानकारी के लिये धन्यवाद, लेकिन आपने छठी इंद्री को जागृत करने का उपाय बताया ही नहीं.
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