एक दिन एक कुत्ता जंगल में रास्ता भूल गया. तभी उसने देखा की एक शेर उसकी तरफ़ आ रहा है. कुत्ते की साँस सूख गई. उसने सोच "आज तो मेरा काम तमाम है". फिर उसने सामने कुछ सूखी हुई हड्डियाँ पड़ी देखी. वो आते हुए शेर की तरफ़ पीठ कर के बैठ गया और एक सूखी हड्डी को चूसने लगा और जोर जोर से बोलने लगा "वाह शेर को खाने का मजा ही कुछ और है. एक और मिल जाए तो पुरी दावत हो जायेगी" और इतना कह कर उसने जोर से डकार मारा. इस बार शेर सकते में आ गया. शेर ने सोचा "ये कुत्ता तो शेर का शिकार करता है, जान बचा कर भागो" और शेर वहां से चंपत हो गया.
पेड़ पर बैठा एक बन्दर ये सब तमाशा देख रहा था. उसने सोचा ये मौका अच्छा है शेर को सारी कहानी बता देता हूँ, शेर से दोस्ती भी हो जायेगी और उससे जिन्दगी भर के लिए जान का खतरा भी दूर हो जाएगा. वो फ़टाफ़ट शेर के पीछे भगा. कुत्ते ने बन्दर को जाते हुए देखा और समझ गया की कुछ तो लोचा है. उधर बन्दर ने शेर को सब बता दिया की कैसे कुत्ते ने उसे बेवकूफ बनाया है. शेर ज़ोर से दहाडा, "चल मेरे साथ अभी उसकी लीला ख़त्म करता हूँ" और बन्दर को अपनी पीठ पर बैठा कर शेर कुत्ते की तरफ़ लपका.
कुत्ते ने शेर को आते देखा तो एक बार फिर उसकी तरफ़ पीठ करके बैठ गया और ज़ोर ज़ोर से बोलने लगा, "इस बन्दर को भेज के एक घंटा हो गया साला एक शेर फाँस कर नही ला सकता!"
सीख : मुसीबत में घबराओ नही बल्कि चतुराई से काम लो
एक रोचक लघु कथा
Posted by
Bhavesh (भावेश )
at
Wednesday, February 11, 2009
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1 comment:
बहुत खूब !!
●๋• लविज़ा ●๋•
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